(फाइल फोटो)
इस्लामाबाद:
पाकिस्तान लगभग दिवालिया होने की कगार पर ही है लेकिन इसी बीच उसे एक नई उम्मीद मिली है. जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान को अपनी समुद्री सीमा में पेट्रोलयिम और प्राकृतिक गैस का बड़ा भंडार मिला है. माना जा रहा है कि यह भंडार इतना बड़ा है कि इससे पूरे देश की किस्मत बदल सकती है. डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक तेल और गैस भंडार की मौजूदगी की पुष्टि के लिए एक मित्र दोस्त के साथ मिलकर तीन साल का सर्वे किया गया है.
पाकिस्तान पिछले कुछ समय से बढ़ते कर्ज और बढ़ती हुई महंगाई की समस्या से जूझ रहा है और इस वजह से प्रांतों में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ता आतंकवाद देश की आर्थिक दुर्दशा को अधिक बढ़ा रहा है.
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार,2023 में पाकिस्तान का कुल ऊर्जा आयात बिल 17.5 बिलियन डॉलर था,जो सात वर्षों में लगभग दोगुना होकर 31 बिलियन डॉलर हो जाने का अनुमान है. पाकिस्तान वर्तमान में 29% गैस,85% तेल,20% कोयला और 50% तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) की ज़रूरतों को आयात के ज़रिए पूरा करता है.
हालांकि,पूर्व सदस्य ने चेतावनी दी कि जब तक भंडार की संभावनाओं का विश्लेषण नहीं किया जाता और ड्रिलिंग प्रक्रिया शुरू नहीं हो जाती,तब तक यह "एक सोच" है. उन्होंने बताया कि अकेले अन्वेषण के लिए लगभग 5 बिलियन अमरीकी डॉलर के भारी निवेश की आवश्यकता होती है,और अपतटीय स्थान से भंडार निकालने में चार से पांच साल लग सकते हैं.
नकदी की कमी से जूझ रहा पाकिस्तान मौजूदा वित्त वर्ष के लिए अपनी बाहरी वित्तीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए लगभग 4 बिलियन अमरीकी डॉलर उधार लेने के लिए मध्य पूर्व के बैंकों के साथ बातचीत कर रहा है,जो कि वर्तमान में IMF की मंजूरी के लिए लंबित 7 बिलियन अमरीकी डॉलर की विस्तारित निधि सुविधा का हिस्सा है.
चालू वित्त वर्ष के लिए,पाकिस्तान ने बजट में लगभग 20 बिलियन अमरीकी डॉलर की विदेशी उधारी का प्रस्ताव रखा है,इसके अलावा भुगतान संतुलन के लिए अलग से यूएई से 3 बिलियन अमरीकी डॉलर की अतिरिक्त उधारी की रिपोर्ट की गई है. इतनी उधारी के साथ,चालू वित्त वर्ष के अंत तक पाकिस्तान के भंडार के लगभग 19-20 बिलियन अमरीकी डॉलर तक बढ़ने का अनुमान है. (इनपुट भाषा से भी)