2025-01-16 HaiPress
Hindenburg Nathan Anderson Conspiracy: हिंडनबर्ग के पीछे की ताकतों की जांच की मांग एक्सपर्ट कर रहे हैं.
Hindenburg Nathan Anderson Conspiracy: अमेरिकी इंवेस्टमेंट रिसर्च फर्म और शॉर्ट सेलिंग ग्रुप हिंडनबर्ग रिसर्च बंद होने जा रही है. कंपनी के फाउंडर नाथन एंडरसन ने ये एलान करते हुए कहा,‘‘ जैसा कि मैंने पिछले साल के अंत से ही अपने परिवार,दोस्तों और अपने दल के साथ यह जानकारी साझा की थी कि मैंने हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने का निर्णय लिया है. योजना मौजूदा विषयों पर जारी काम को पूरा करने के बाद इसे बंद करने की है. पोंजी मामलों पर काम हमने पूरा कर लिया है और इसे विनियामकों के साथ साझा कर रहे हैं. ''
नाथन एंडरसन पूरी तरह से बेनकाब हो चुका है. पीएम मोदी,अदाणी और सेबी पर हमले सिर्फ लाभ के लिए नहीं थे. ये भारत में अस्थिरता पैदा करने की साजिश थी.
हिंडनबर्ग ने जो अदाणी समुह के साथ किया और आज जो बाजार बता रहा है वो बता रहा है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का क्या महत्व है? फिर भी इनके पीछे लोग कौन थे,ये सामने आना जरूरी है.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर कभी भी भरोसा नहीं था. हिंडनबर्ग खुद ट्रांसपेरेंसी नहीं रखता था. अगर हमें देश को मजबूत करना है तो देश के उद्योगपतियों पर भरोसा करना होगा. इसके लिए सरकार और विपक्ष को एक होना होगा.
हमने देखा है कि बांग्लादेश में क्या हुआ,श्रीलंका में क्या हुआ,नेपाल में क्या हो रहा है,म्यांमार में भी चालू हो गया है. इसी तरह भारत के खिलाफ भी डीप स्टेट की तरफ से साजिश रची गई.
मोदी सरकार से लेकर सुप्रीम कोर्ट और सेबी तक को हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर घेरने की कोशिश की गई. मकसद था अराजकता फैलाना. हिंडनबर्ग की पूरी रिपोर्ट मोटिवेटेड थी. इसके पीछे जो साजिश रचने वालों की जांच होनी चाहिए.
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