2025-01-16 IDOPRESS
Hindenburg Research Company Shutting Down: हिंडनबर्ग पर जांच का शिकंजा कस चुका है.
Hindenburg Research Company Going To Shut Down: अमेरिकी इंवेस्टमेंट रिसर्च फर्म और शॉर्ट सेलिंग ग्रुप हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी बंद होने जा रही है. कंपनी के फाउंडर नाथन एंडरसन ने इसका एलान किया है. हिंडनबर्ग रिसर्च का ये एलान ऐसे वक्त में आया है,जब अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडन का 4 वर्षों का कार्यकाल पूरा होने में बस कुछ ही दिन बचे हैं. डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने ही वाले हैं. आपको बता दें कि हाल ही में हाउस ज्यूडिशियरी कमेटी के एक सदस्य और रिपब्लिकन सांसद ने न्याय विभाग से हिंडनबर्ग को लेकर जांच की मांग की थी.
शहजाद पूनावाला ने आगे कहा,"हिंडनबर्ग की बातों को किस प्रकार से अपनाने का काम कुछ राजनीतिक दल और उनके इकोसिस्टम ने किया,ये भी एक सवाल है. हिंडनबर्ग पर अमेरिका में भी जांच जारी है."
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा,"हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट ने भी फटकार लगाई और उनकी रिपोर्ट को दरकिनार तो किया ही,साथ ही ये भी कहा कि इनकी एक्टिविटी पर जांच होनी चाहिए. कारण ये है कि भारत के निवेशकों के लाखों करोड़ों रुपये हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने बर्बाद की है. हालांकि,यहां पर कुछ राजनीतिक दल,खासकर राहुल गांधी एक पार्टी और एक व्यक्ति के विरोध में उतरते-उतरते भारत की इकोनॉमी और भारत के स्टेट के खिलाफ उतर गए और अपने निवेशी पार्टनर हिंडनबर्ग का सहारा लेते हुए झूठे और अनर्गल आरोप लगाते हुए भारत की अर्थव्यवस्था को इकोनॉमिक एनार्की की तरफ ले जानी की कोशिश कर रहे हैं.''
— Jai Anant Dehadrai (@jai_a_dehadrai) January 16,2025ट्रंप के पद संभालने से ठीक पहले हिंडनबर्ग के बंद होने से संदेश स्पष्टपीएम मोदी,अदाणी ग्रुप,SEBI पर हमले केवल लाभ के लिए नहीं थेये भारत में अस्थिरता पैदा करने की साजिश थीपूरी तरह से बेनकाब हो चुका नैट एंडरसन अब पीछे हट रहा हैभारत में वे कुटिल कठपुतलियां कौन थीं,जिन्होंने साजिश रची?बड़ा सवाल अब ये है कि इनके पीछे कौन था,जो ये साजिश रच रहा था