2025-04-27
IDOPRESS
450 से अधिक भारतीय Yr पाकिस्तान से स्वदेश लौटे.
नई दिल्ली:
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को उनके देश भेजने का काम तेजी से किया जा रहा है. केंद्र सरकार के आदेश का पालन करते हुए कई राज्य सरकारों ने उनके राज्य में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को वापस पाकिस्तान भेज दिया है. बता दें केंद्र सरकार के फैसले के मुताबिक भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को जारी सभी मौजूदा अल्पकालिक वैध वीजा 27 अप्रैल से रद्द माने जाएंगे. इसमें कहा गया है कि पाकिस्तानी नागरिकों को जारी चिकित्सा वीजा केवल 29 अप्रैल तक वैध होंगे. ऐसे में जो भी पाकिस्तान के नागरिक भारत में मौजूद हैं उन्हें फौरन वापस पाकिस्तान जाने को कहा गया है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने उनके राज्य में मौजूद लगभग सभी पाकिस्तानी नागरिकों को वापस पाकिस्तान भेज दिया है.डीजीपी प्रशांत कुमार ने साफ़ किया कि भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशों के आधार पर जिन-जिन श्रेणी के पाकिस्तानी वीज़ा पर भारत आए लोगों को निर्वासित करने को कहा गया था,उन पाकिस्तानी नागरिकों को निर्वासित किए जाने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है.उन्होंने बताया कि एक पाकिस्तानी नागरिक अभी बचा हुआ है जो 30 अप्रैल को पाकिस्तान वापस चला जायेगा.
डीजीपी प्रशांत कुमार की तरफ़ से जारी दिशानिर्देशों में कहा गया है कि अर्न्तराष्ट्रीय और अन्तर्राज्यीय बार्डर वाले जिलों में प्रभावी चेकिंग कराई जाए. साथ ही सभी टोल प्लाजा पर भी आवश्यक पुलिस प्रबन्ध और निगरानी की जाए. इसके अलावा नेपाल की सीमा से सटे महराजगंज,श्रावस्ती,सिद्वार्थनगर,लखीमपुर खीरी,पीलीभीत,बहराइच और बलरामपुर में पुलिस एसएसबी के अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर चेक पोस्टों पर निगरान करे.
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने बताया,‘‘जिलों से सूचना मिली है कि राज्य में अब कोई भी पाकिस्तानी नागरिक नहीं है जो वापस लौटने वाला हो. केवल वे पाकिस्तानी नागरिक ही राज्य में रह रहे हैं जो चिकित्सा वीजा और दीर्घकालिक वीजा (एलटीवी) पर आए हैं. पाकिस्तानी नागरिकों को जारी चिकित्सा वीजा केवल 29 अप्रैल तक वैध होगा.'
कदम ने कहा,‘‘मेरे अनुमान के अनुसार 4,000 दीर्घकालिक वीजा धारक हो सकते हैं,जिनमें से 1,000 दक्षेस वीजा धारक हैं,जो फिल्म कार्य,चिकित्सा,पत्रकारिता,व्यक्तिगत कार्य के लिए राज्य में आए हैं.''अल्पकालिक वीजा धारकों को 27 अप्रैल तक देश छोड़ने को कहा गया है,जबकि चिकित्सा वीजा वालों को दो दिन का अतिरिक्त समय दिया गया है.
वहीं दिल्ली के गृह मंत्री आशीष सूद ने लोगों से राष्ट्रीय राजधानी में निर्धारित समय से ज्यादा समय तक रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करने में मदद करने और तत्काल नजदीकी थाने को सूचित करने की शनिवार को अपील की. सूद ने एक बयान में कहा कि भारत सरकार के निर्णय के अनुरूप उन्होंने पहले ही पुलिस को सलाह दी है कि वे उन सभी पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करें जो राष्ट्रीय राजधानी में अवैध रूप से रह रहे हैं और उनके निर्वासन के लिए अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय करें.